जर्जर मकान और बदबू दार बाथरूम में छात्राओं का भविष्य फंसा.... संबंधित विभाग मौन.......✍️🗞️
Rupendra kumar
Editor in chef
छत्तीसगढ़ // मुंगेली //छत्तीसगढ़ कि सरकार एवं आदिम जाति विभाग के द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाया जा रहा हैं। छात्राओं की उज्जवल भविष्य को बेहतर बनाने अनेक प्रकार की योजना चलाया जा रहा है। लेकिन आपको बता दे कि मुंगेली जिला की शा. पो. मैट्रिक अनु जाति बालक छात्रावास मुंगेली का मसला सामने आया है। छात्रावास अधीक्षक संतोष जांगड़े के द्वारा सूरज खूंटे एवं छात्राओं के द्वारा प्रति माह भोजन सहायक की राशि 12,00 प्रशासन के द्वारा छात्राओं को प्रदान किया जाता था जिसमें से तीन माह की राशि 3600 राशि शासन के द्वारा छात्राओं को प्रदान नहीं किया गया। इन कारण से छात्राओं को आर्थिक रूप से बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक स्थिति जीवन यापन करने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आपको यह भी बता दें कि हॉस्टल परिसर मकान की मरम्मत वर्षों से नहीं हुआ है हॉस्टल परिसर देखने में गुफा की जैसी स्थिति नजर आता है। बर सात की दिनों मे हॉस्टल प्रचार के सामने तालाब के जैसी स्थिति बनी रहती है। आखिर क्या वजह है। संबंधित अधिकारी पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास मुंगेली परिसर का निरीक्षण करने क्यों नहीं जाते हैं। छात्रावास अधीक्षक संतोष जांगड़े के द्वारा छात्रावास अध्यक्ष सूरज खूंटे से पैसा काटकर वितरण करवाया जा रहा है।
जर्जर मकान में फंसा छात्राओं का भविष्य ............... रहना खाना और पढ़ाई करना हो रहा है मुश्किल......
सहायक आयुक्त आदिम जाति विभाग अधिकारी मुंगेली को छात्रावास के छात्र ने भोजन सहायक की राशि की संबंध में दिया शिकायत पत्र......।
हमने सबंध में छात्रावास मुंगेली संतोष जांगडे ( अधीक्षक )ने बताया कि यह जांच की विषय है जांच चल रही है।
आखिर क्या वजह है विभाग की अधिकारी छात्राओं की इस गंभीर समस्याओं को नजर अंदाज क्यों किया जा रहा है। छात्राओं ने सहायक आयुक्त अधिकारी मुंगेली से इस विषय में चर्चा कर जांच एवं उचित कार्यवाही करने और स्थिति में सुधार लाने की निवेदन किय और शिकायत पत्र दिए....।
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