नारी शक्ति के व्यापक योगदान की महता : सतनामी बेटी -काजल दिनकर.....
बिलासपुर ज़िला से अनिल बघेल की ख़बर
बिलासपुर / आज के परिवेश में केंद्र सरकार घर-घर में पड़ी मानसिक बेड़ियों को धीरे-धीरे अपनी नारीत्व योजनाओं के माध्यम से तोड़कर सशक्त और समृद्ध की मिसाल के रूप में खड़ा कर दिया है
नारी शक्ति को इस संसार की सृजनशक्ति माना जाता है ऐसे ही शक्ति जो संसार को जोड़ती है पूरी सृष्टि को संचालित और नियंत्रित करती है
नारी शक्ति एक ऐसी शक्ति है जो सारे देश को समाज को कभी मां के रूप में कभी बहन के रूप में कभी एक पत्नी के रूप में तो कभी एक बेटी के रूप में एकता के सूत्र में बांधती है
नारी समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके बिना समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती है
नारी के अंदर सहनशीलता धैर्य प्रेम ममता और मधुर वाणी जैसे बहुत से गुण विद्यमान है जो की नारी की असली शक्ति है
यदि कोई नारी कुछ करने का निश्चय कर ले तो वह उस कार्य को करें बिना पीछे नहीं हटती है और वह बहुत से क्षेत्र में पुरुषों से बेहतरीन कार्य कर अपनी शक्ति का परिचय देती है प्राचीन काल से ही हमारे समाज में
झांसी की रानी गुरु माता ममतामई मिनीमाता कल्पना चावला इंदिरा गांधी जैसी बहुत सी महिलाएं रही है जिन्होंने समय पर नारी शक्ति का परिचय दिया है
और समाज को बताया कि नारी अबला नहीं सबला हैआज के युग में नारी भले ही जागरूक हो गई है और उसने अपनी शक्ति को पहचान है लेकिन वहां *आज भी सुरक्षित नहीं है आज भी नारी को कमजोर और नील सहाय ही समझा जाता है पुरुषों को नारी का सम्मान करना चाहिए* और उन पर इतना भी अत्याचार मत करो कि कि उनकी सहनशीलता खत्म हो जाए और वह शक्ति का रूप ले ले क्योंकि जब-जब नारी का शब्द टूटा है तब तक प्रलय आई है नारी प्रकृति रूप है इसलिए नारी शक्ति पर भारी है नारी से ही यह दुनियां सारी है
आपकी अपनी सतनामी बेटी काजल दिनकर : सामाजिक कार्यकर्ता
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