संत रामपाल जी के एक दिवसीय कार्यक्रम में 3 जोड़े की दहेज मुक्त विवाह संपन्न
दबंग पत्रकार मुंगेली //संत रामपाल महाराज जी आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन मुंगेली जिला के बीजातराई ग्राम में आज दिनांक 08/1/2023 को समय 11:30 पर प्रारंभ किया गया यह सत्संग प्रोजेक्टर स्क्रीन के माध्यम से शास्त्रोक्त ज्ञान को संत रामपाल जी महाराज के द्वारा श्रोताओं को और संसार कल्याण के लिए किया गया। सत्संग के बाद दोपहर 02:00 बजे मुनीन्दर धर्मार्थ ट्रस्ट कुरुक्षेत्र हरियाणा के बैनर तले तीन जोड़ें जाति एवं अंतर जाति युवक-युवतियों का विवाह कार्यक्रम किया गया। यह विवाह महज 17 मिनट में कबीर गुरुवाणी के द्वारा बिना आडंबर व लोक दिखावा एवं बिना फिजूल खर्च के किया गया ।
आज जो समाज में दहेज रुपी दानव के कारण समाज में बेटियों को बोझ समझा जा रहा , उनकी भ्रूण में ही हत्या कर दी जा रही है । इस कुरीति को हटाकर समाज में बेटा बेटी एक समान का ज्ञान देकर संत रामपाल जी महाराज द्वारा पूरे देश भर में जगह जगह समाजिक उत्थान के कार्यक्रम करवाए जा रहें है ।
संत रामपाल जी का उद्देश्य कि समाज में फैले जाति पाती का भेदभाव को मिटाना एवं नैतिक आध्यात्मिक जागृति लाना ,समाज मे फैले हर प्रकार के नशा को दूर करना, समाज से दहेज रूपी कुरीति को जड़ से खत्म कर समाज में शांति भाई चारा स्थापित करना , सामाजिक बुराई को समाप्त करके स्वच्छ समाज तैयार करना एवं भ्रष्टाचार को खत्म करना।
विश्व कल्याण मिशन के इस कड़ी में बताया गया कि हमें किस एक पूर्ण परमात्मा की भक्ति करनी चाहिए। जिससे सर्व लाभ मानव समाज को भेज सकें। संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में विशाल सतसंग एवम बिना दहेज के बिना किसी आडंबर के मात्र 17 मिनट में गुरु वाणी के द्वारा 3 जोड़ियों का रमैणी विवाह कार्यक्रम का आयोजन होना हैं। जिसमें किसी भी प्रकार का दहेज न तो लिया जाएगा न तो दिया जाएगा। इस प्रकार की रमैनी विवाह संत रामपाल जी महाराज के अध्यात्मिक ज्ञान से ही संभव हो रहा है उनके अनुयाई इस प्रकार की विवाह करके समाज को नया संदेश दे रहे है।
संत रामपाल जी महाराज के इस ऐतिहासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम में मुंगेली जिले विश्वनाथ साहू जी संत रामपाल जी के बताए हुए मार्ग में चलने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है मुंगेली जिले की कोने-कोने तक संत रामपाल जी बताए हुए उद्देश्यों पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है और साथ ही छुआछूत ऊंच नीच जाति पाती को मिटाने के लिए काम कर रहा है के समस्त अनुयायियों का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम में तरुण भास्कर, मुरलीधर गबेल, विश्वनाथ साहू, प्रमोद भास्कर का योगदान रहा
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