लोक निर्माण विभाग के भ्रष्ट अधिकारी पत्रकारों को कहता है भ्रष्ट देखिए खास खबर
मुंगेली / बीते कुछ दिनों पहले फर्जी टेण्डर की मामला सामने आया था। जिसमे लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अरविंद चौरसिया के द्वारा बगैर कोई इश्तिहार व समाचार संकलन करवाए बिना अपने हितेषी लोगों को गुपचुप तरीके से टेंडर दिया गया था। इसी संबंध को लेकर मीडिया कर्मी के द्वारा लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में जानकारी लेने के लिए जिला कार्यालय का चक्कर काट रहा था मगर अधिकारी के कार्यालय में नहीं मिलने पर पत्रकार द्वारा उनसे टेंडर के मामले की जानकारी के लिए फोन से संपर्क किया गया तो जिलाधिकारी अरविंद चौरसिया द्वारा पत्रकारों पर टिप्पणी करते हुए कहा गया कि तुम सब पत्रकार लोग को जानता हूं किस टाइप के होते हो सब भ्रष्ट होते हैं
भ्रष्ट अधिकारी अरविंद चौरसिया पत्रकारिता जगत को देता है गाली
ऐसे कहते हुए सभी पत्रकारों पर ब्लेम लगा कर पत्रकारिता को गाली देने का हिमाकत कर दिए वही देखा जाए तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अरविंद चौरसिया हफ्ते में कुछ ही दिन कार्यालय में नजर आते हैं ऐसा मानो की बाकी कुछ दिनों के लिए वह ईद का चांद हो जाते हैं क्या पत्रकारिता को भ्रष्ट कहते हुए गाली देने वाले ऐसे अधिकारियों का समर्थन उच्च अधिकारियों को करना चाहिए या उसके ऊपर दंडात्मक कारवाही करना चाहिए यह तो उनके ही विभाग के कोई आला अधिकारी ही बता सकते हैं वही पत्रकारिता की बात किया जाए तो पत्रकार एक आईना होता है जो समाज की अच्छाई व बुराइयों को आम जनमानस की सामने लाते हैं मगर कुछ गंदे किस्म के लोगों को आईने में चेहरा देखकर घृणा से महसूस होता है
भ्रष्ट अधिकारी भ्रष्ट विभाग काले कारनामे में चर्चित अरविंद चौरसिया
और सहन ना करके पत्रकारिता को गाली देने का हिमाकत कर देते हैं अब यह भी देखा जाएगा कि क्या ऐसे अधिकारी पत्रकारिता पर कब तक उंगली उठाते रहेंगे और पत्रकारों को कब तक ऐसे ज़िल्लतों का सामना करना पड़ता रहेगा क्या ऐसे गंदे अधिकारियों का कोई माई बाप नहीं है क्या ऐसे अधिकारियों के ऊपर कोई बड़े आला अधिकारी कार्यवाही नहीं कर सकते वही पत्रकारिता पर टिप्पणी करने के बाद पत्रकारिता जगत में काफी आक्रोशित नजर आ रहा हैं
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